तरबूज के रस के फायदे Fundamentals Explained

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नींबू पानी गर्मियों के मौसम में डिटॉक्स ड्रिंक के रूप में काम करता है और शरीर को हाइड्रेटेड रखता है.

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अमोनिया को तेजी से संसाधित करता है और गुर्दे की सूजन को कम करता है

पानी में सी सॉल्ट या पिंक सॉल्ट मिलाएं। सी सॉल्ट में आयरन, क्लोरीन और सोडियम प्रचुर मात्रा में होते हैं। पानी पीते वक्त उसमें एक चुटकी पिंक साॉल्ट डालकर पिएं।

तरबूज के बीजों को छीलकर अंदर की गिरी खाने से शरीर में ताकत आती है। दिमाग़ की कमजोर नसों को ताक़त मिलती है और सूजन भी ठीक हो जाती है। (और पढ़ें - दिमाग तेज करने के घरेलू उपाय)

पेशाब में जलन पर ओस या बर्फ़ में रखे हुए तरबूज़ के रस का सुबह शक्कर मिलाकर पीने से लाभ।

तरबूज गर्मियों का मौसमी फल है। पोषक तत्वों और विटामिंस से भरपूर तरबूज स्किन के लिए टॉनिक की तरह काम करता है।

घावों को भरने में मदद करता है और नए संयोजी ऊतक बनाता है

यह एक उन्नत किस्म है इसके फलों का औसत भार १५-२० किग्रा० होता है इस किस्म के फल ८५ दिनों में खाने योग्य हो जाते है इसका छिलका हरा और हल्की धारियों वाला होता है यह किस्म गृह वाटिका में उगाने के लिए बहुत अच्छी है।

 बहुत ज्यादा मात्रा में तरबूज खाने से पुरुषों में नपुंसकता और स्तंभन दोष जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं।

हम ऊपर बताए गए तरबूज जूस के website फायदे जानकर यह कह सकते हैं कि तरबूज का जूस हमारे स्वास्‍थ्‍य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। हालांकि तरबूज का जूस पीने का सही समय क्‍या है यह निश्चित नहीं किया जा सकता है। हालांकि जानकारों का मानना है कि अधिकांश जूस को सुबह के समय खाली पेट पीने से अतिरिक्‍त लाभ मिलता है। लेकिन आप तरबूज के जूस को दिन के किसी भी समय पी सकते हैं। विशेष रूप से जब आपको लगे की आपके शरीर में पानी की कमी हो रही है और कुछ कमजोरी का अनुभव कर रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि तरबूज के जूस की ठंडी तासीर होने के कारण रात के समय पीने से बचना चाहिए।

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पोटेशियम और विटामिन सी की अच्‍छी मात्रा पेठा फल में पाई जाती है। इन तत्‍वों की पर्याप्‍त मात्रा के साथ ही इसमें अन्‍य पोषक तत्‍व भी होते हैं जो कार्डियोवैस्‍कुलर स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। पोटेशियम एक वासोडिलेटर के रूप में काम करता है और रक्‍तवाहिकाओं और नसों में तनाव को कम करके रक्‍तचाप को कम करने में मदद करता है। रक्‍तचाप नियंत्रित रहने से शरीर में उचित रक्‍त प्रवाह बना रहता है। इस तरह यह हृदय समस्‍याओं और कोरोनरी हृदय रोग के खतरे को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन सी दिल के दौरे की संभावनाओं को भी कम करने के लिए जाना जाता है।

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